आज से लगभग 102 साल पहले
1917 में
डॉ. शिनोबु इशीहारा(Dr. Shinobu Ishihara) ने वर्णान्धता (Color Blindness) के जांच के लिये सबसे उत्तम पद्धति का विकास किया। इनके प्रत्येक परीक्षण में एक रंगीन बिंदीदार प्लेटों का एक सेट होता है,जिनमें से प्रत्येक प्लेट में कोई नम्बर या विशेष रास्ता होता है। जिस व्यक्ति के आंखों का वर्णान्धता परीक्षण किया जाना है उसे उन प्लेट पर लिखे नम्बर को पढ़ने के लिए कहा जाता है।
1917 के बाद से यह सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली वर्णान्धता परीक्षण है और अभी भी दुनिया भर के अधिकांश
नेत्र रोग विशेषज्ञ(ophthalmologists) द्वारा उपयोग में लाया जाता है।
और दूसरे भी वर्णान्धता परीक्षण उपलब्ध है लेकिन उनमें से कोई भी इशीहारा प्लेट परिक्षण जितना प्रसिद्ध नहीं है। यह एक सस्ता और बेहतर परीक्षण पद्धति है।
2 Comments
कुछ और ज्यादा वर्णन करने की आवश्यकता थी ।
ReplyDeleteMai aapki bato se sahmat hu lekin jyada lamba lekh boating ho jata hai to us hisab se thik hai
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