Interim government
Interim government
अंतरिम का शाब्दिक अर्थ होता है मध्यवर्ती। एक ऐसी सरकार जिसका गठन पूर्ण शासन करने के उद्देश्य से नहीं किया गया था।
द्वितीय विश्वयुद्ध के समाप्त होने के बाद 1945 में ब्रिटेन में नई सरकार बनी। इस सरकार ने भारत के लिए नई नीतियों की घोषणा की। जिसके अनुसार भारत मे संविधान निर्माण करने वाली एक समिति का गठन किया गया।
2 सितम्बर ,1946 को नवनिर्वाचित संविधान सभा 12 सदस्यों वाली एक सरकार का गठन किया,जिसे अंतरिम सरकार के नाम से जाना जाता है। इन 12 सदस्यों को कांग्रेस द्वारा नामित किया गया था जिसमें 3 मुस्लिम सदस्य शामिल थे।
26 अक्टूबर,1946 को मुस्लिम लीग द्वारा नामित 5 और सदस्य इसमें शामिल हुए। अंतरिम सरकार में अधिकतम सीटों की संख्या 14 होना तय था। अतः 2 सीट पहले से ही खाली थे। बाकी के लीग के 3 सदस्यों को अंतरिम सरकार में स्थान देने के लिए कांग्रेस के तीन सदस्यों शरत बोस, सय्यद अली जहीर व सर शफात अहमद खान ने त्याग पत्र दिया। अंततः अंतरिम सरकार में कुल 14 सदस्य हुए जिनका विभाग निम्न थे -
द्वितीय विश्वयुद्ध के समाप्त होने के बाद 1945 में ब्रिटेन में नई सरकार बनी। इस सरकार ने भारत के लिए नई नीतियों की घोषणा की। जिसके अनुसार भारत मे संविधान निर्माण करने वाली एक समिति का गठन किया गया।
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अंतरिम सरकार |
26 अक्टूबर,1946 को मुस्लिम लीग द्वारा नामित 5 और सदस्य इसमें शामिल हुए। अंतरिम सरकार में अधिकतम सीटों की संख्या 14 होना तय था। अतः 2 सीट पहले से ही खाली थे। बाकी के लीग के 3 सदस्यों को अंतरिम सरकार में स्थान देने के लिए कांग्रेस के तीन सदस्यों शरत बोस, सय्यद अली जहीर व सर शफात अहमद खान ने त्याग पत्र दिया। अंततः अंतरिम सरकार में कुल 14 सदस्य हुए जिनका विभाग निम्न थे -
अंतरिम सरकार के सदस्य
1:-पंडित जवाहर लाल नेहरु- कार्यकारी परिषद् के उपाध्यक्ष,विदेश विभाग, राष्ट्रमंडल से सम्बंधित मामले
2:-वल्लभभाई पटेल- गृह, सुचना एवं प्रसारण
3:-बलदेव सिंह- रक्षा
4:-डॉ.जॉन- उद्योग एवं आपूर्ति
5:-सी.राजगोपालाचारी- शिक्षा
6:-सी.एच.भाभा- कार्य, खनन एवं शक्ति
7:-राजेंद्र प्रसाद- खाद्य एवं कृषि
8:-आसफ अली- रेलवे
9:-जगजीवन राम- श्रम
10:-लियाकत अली- वित्त
11:-टी.टी.चुंदरीगर- वाणिज्य
12:-अब्दुल रब नश्तर- संचार
13:-घजानफ़ार अली खान- स्वास्थ्य
14:-जोगेंद्र नाथ मंडल- विधि
कांग्रेस ने अंतरिम सरकार में शामिल होने का निर्णय इसलिए लिया ताकि ब्रिटीश सरकार के लिए सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।अंतरिम सरकार का अस्तित्व 15 अगस्त,1947 तक रहा जब भारत का विभाजन कर उसे स्वतन्त्र घोषित कर दिया गया।
मुख्य बिंदु-
1:-अंतरिम सरकार का कार्यकाल 2 सितम्बर,1946 से लेकर 15 अगस्त,1947 तक रहा। इसमें शुरुआत में 12 तथा अंततः कुल 14 सदस्य शामिल थे।
2:-अंतरिम सरकार के अध्यक्ष वायसराय वेवल और उपाध्यक्ष पंडित जवाहर लाल नेहरू थे।
3:-वेवल ने 1 अगस्त, 1946 को कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू को अंतरिम सरकार के गठन के लिए निमंत्रण दिया।
4:-अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा पंडित नेहरू द्वारा 24 अगस्त,1946 को की गई।
5:-26 अक्टूबर,1946 मो मुस्लिम लीग के 5 सदस्यों का शामिल होने का उद्देश्य सरकार के साथ सहयोग के बजाय पाकिस्तान की मांग की लड़ाई को जारी रखना था।
Written By- Kashish
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