अघोषित विवाह बहुत से लोग बिना किसी गावह कागज पे किये दस्तखत पंडित , मौलवी या पादरी के कर चुके होते हैं शादियां, उन शादियों को नहीं जरूरत होती किसी टेंट शोर शराबे न ही धूम धाम के संगीत गाजे बाजे न ही 56 किस्म के पकवान - पकौड़े,,, उनके एहसास ही उनके गवाह उनके शब्द ही …